जाति-बंधन और जीवन-मृत्यु की कोई सीमा-रेखा नहीं।बस मिलन ही मिलन।रुह का मिलन। जाति-बंधन और जीवन-मृत्यु की कोई सीमा-रेखा नहीं।बस मिलन ही मिलन।रुह का मिलन।
यहां आपके हाथों की हथेलियों में सीखने की कोई रेखा नहीं है यहां आपके हाथों की हथेलियों में सीखने की कोई रेखा नहीं है
बोल के लब आज़ाद हैं तेरे" बोल के ज़ुबाँ अब तक तेरी है, तेरा सुतवां जिस्म है तेरा, ... बोल के लब आज़ाद हैं तेरे" बोल के ज़ुबाँ अब तक तेरी है, तेरा सुतवां ...
ताकि उनके कदम ज़िन्दगी में किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने हेतु कदापि न लड़खड़ाएँ। ताकि उनके कदम ज़िन्दगी में किसी भी परिस्थिति में निर्णय लेने हेतु कदापि न लड़खड़ाएँ...
विशाल इस बात से अंजान ही रह गया कि वो पिता बनने वाला है। या विशाल चला गया फिर वापस आने के लिए। विशाल इस बात से अंजान ही रह गया कि वो पिता बनने वाला है। या विशाल चला गया फिर व...
इस प्रकार मेरी सारी चिंता दूर हो गई और मैं निश्चित मन से अपने गाँव वाले घर में रहने लगा। इस प्रकार मेरी सारी चिंता दूर हो गई और मैं निश्चित मन से अपने गाँव वाले घर में र...